श्रीशंकराचार्य जन्म-जयन्ती महोत्सव
शंकरं शंकराचार्यं केशवं बादरायणम् l
सूत्रभाष्यकृतौ वन्दे भगवन्तौ पुनः पुनः ll
भगवान वेदव्यास और भगवान आद्य शंकराचार्यके दिखाए हुए मार्ग पर चलकर ही वैदिकधर्मकी रक्षा हो सकती है, और हमारे राष्ट्रकी रक्षा वैदिक धर्मकी रक्षा से ही होगी l आज वैदिक धर्म जीवित है तो केवल आचार्यश्रीकी कृपा के कारण ही । हम आज अपने आप को हिन्दू कह सकते है क्योकि अवैदिक एवं पाखंड मतो की आँधी के सामने आचार्यश्री ने धर्मकी रक्षा की । भगवान वेदव्यास और आचार्य शंकरके लिए अपन रक्त बहा दे, और प्राणोको न्योछावर कर दे, तो भी कम है । कम से कम उनकी जन्मजयंती पर उनके पूजनसे और उनकी रचनाओका गुणानुवाद करके अपने हिन्दू होनेका प्रमाण दे ।
पूज्यपाद ब्रह्मलीन गुरुदेव श्रीचंद्रशेखर पंडितजी महाराज द्वारा स्थापित श्रीसनातन वैदिक धर्मानुरागी ट्रस्ट के तत्वावधान व गुरुदेवके सान्निध्य में 30 वर्षो से श्रीशंकरचार्य जन्म जयंती महोत्सव मनाते आ रहे है । पूज्य गुरुदेवने सनातन परंपराका निर्वाह कर आचार्यश्री के पूजन तथा गोविन्दके भजन की जो राह दिखाई है उसे आगे बढाएँ l आओ हम सब इस मार्ग पर चलकर धर्म रक्षा राष्ट्र रक्षा हेतु कटिबद्ध हो l
आद्य शंकराचार्यकी जयन्ती में सम्मिलित हो उनके पूजन एवं सत्संग से जीवनको धन्य करे, इस बार भगवान शंकराचार्य रचित भज गोविंदम् के निम्न श्लोक पर चिंतन किया जाएगा। ।
कुरुते गङ्गासागरगमनं
व्रतपरिपालनमथवा दानम् ।
ज्ञानविहीनं सर्वमतेन
मुक्तिर्न भवति जन्मशतेन ॥
दिनांक : 20-4-2018
समय : 7:30 सायम्
विषय : भज गोविन्दम्
प्रवक्ता : डॉ. गार्गी पंडित
स्थल : शिवोsहम्
गोत्री सेवासी रॉड, नर्मदा केनालके सामने, शैषव स्कूल के पास,
वटोदरम् l
निमन्त्रक : श्रीसनातन वैदिक धर्मानुरागी ट्रस्ट, वटोदरम् l